कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के अंतर्गत महिला प्रशिक्षण देश की महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए है जिसका उद्देश्य विभिन्न सामाजिक-आर्थिक स्तरों और विभिन्न आयु की महिलाओं को रोजगार अवसर प्रदान करना है।
महिला व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम (डब्ल्यूवीटीपी) को आर्थिक गतिविधियों में महिलाओं को शामिल करने के लिए 1977 में तैयार और प्रारंभ किया गया था। महिला व्यावसायिक प्रशिक्षण संबंधी यह परियोजना स्वीडिश इंटरनेशनल डेवलेपमेंट आथिरिटी (एसआईडीए) तथा अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) की सहायता से मार्च, 1977 में तैयार की गई थी। इस परियोजना के अंतर्गत ऐसे व्यावसायिक ट्रेडों की पहचान की गई थी, जो विशेष रूप से महिलाओं और उनकी कार्यान्वयन योजना के लिए उपयुक्त हों।
महिला व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम अनुदेशकों के रूप में उद्योग में मजदूरी रोजगार के लिए महिलाओं हेतु व्यावसायिक प्रशिक्षण को प्रोत्साहित करता है और उनको स्व-रोजगार के लिए प्रोत्साहित करता है।
कार्यक्रम की पेशकश:
- शिल्पकार प्रशिक्षण स्कीम (सीटीएस) के अंतर्गत औद्योगिक कौशल प्रशिक्षण
- शिल्प अनुदेशक प्रशिक्षण स्कीम (सीआईटीएस) के अंतर्गत अनुदेशक कौशल प्रशिक्षण
- मांग आधारित अल्पावधि पाठ्यक्रम
- आईटीआई के अनुदेशकों के प्रशिक्षण के लिए विशेष कार्यक्रम
- उद्योग की मांग के अनुसार आवश्यकता के अनुरूप पाठ्यक्रम
महिला प्रशिक्षण के अंतर्गत महिलाओं के लिए राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान (तत्कालीन राष्ट्रीय/क्षेत्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान), डीजीटी
महिलाओं के व्यावसायिक प्रशिक्षण का कार्यान्वयन प्रशिक्षण महानिदेशालय, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय द्वारा 11 संस्थानों- नोएडा में (1) राष्ट्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान (एनवीटीआई) और मुंबई (1977), बेंगलुरू (1977), तिरूवंतपुरम (1983), कोलकाता (1986), तुरा (1986), पानीपत (1986), इलाहाबाद (1991), इंदौर (1992), वड़ोदरा (1993) तथा जयपुर (1994) में 10 क्षेत्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थानों (आरवीटीआई) के नेटवर्क के माध्यम से किया गया था। इन महिला संस्थानों का नाम बदलकर ‘’महिला राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान’’ (महिलाओं के लिए एनएसटीआई) कर दिया गया है। यह संस्थान सीधे केंद्र सरकार के नियंत्रण में कार्यरत हैं। कौशल प्रशिक्षण सीटीएस (शिल्पकार प्रशिक्षण स्कीम) के माध्यम और सीआईटीएस (शिल्पकार अनुदेशक प्रशिक्षण स्कीम) पाठ्यक्रम व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से प्रदान किए जाते हैं।
एनएसटीआई (म.) (तत्कालीन एनवीटीआई/आरवीटीआई) कार्यालय प्रबंधन, इलैक्ट्रोनिक्स सचिवालयी कार्य, वास्तु शिल्प, कंप्यूटर, परिधान निर्माण, कोस्मेटोलॉजी, फल और सब्जी प्रसंस्करण, डेस्कटॉप पब्लिकेशन, सर्फेस आर्नामेंटेशन तकनीक, फेशन डिजाइन एवं प्रौद्योगिकी, केटरिंग एवं हॉस्पिटलिटी, सिलाई प्रौद्योगिकी, ट्रेवल एवं टूर, कंप्यूटर समर्थित कढ़ाई एवं डिजाइनिंग, खाद्य एवं पेय सहायता, खाद्य उत्पादन (सामान्य), ड्राफ्टसमैन सिविल और इंटीरियर डेकोरेशन एवं डिजाइनिंग आदि जैसे क्षेत्रों में शिल्पकार प्रशिक्षण स्कीम (सीटीएस) तथा शिल्प अनुदेशक प्रशिक्षण स्कीम (सीआईटीएस) के अंतर्गत एनसीवीटी अनुमोदित कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करता है। दीर्घावधि प्रशिक्षण के अलावा अल्पकालिक प्रशिक्षण भी ऊपर उल्लिखित ट्रेडों में 18 एनएसटीआई (म.) में प्रदान किया जाता है।
2019-20 में इन एनएसटीआई (म.) में कुल 4445 नियमित सीटें (2731 सीटीएस+ 1714 सीआईटीएस) स्वीकृत की गई हैं। अधिक मांग वाले पाठ्यक्रमों में दूसरी शिफ्ट भी चलाई जा रही है। यह पाठ्यक्रम 1 से 2 वर्षों की अवधि के हैं और वार्षिक प्रणाली में संचालित किए जाते हैं।
उत्तीर्ण हुए प्रशिक्षार्थियों को परिसर में साक्षात्कार आयोजित करके तैनाती सहायता भी प्रदान की जाती है।
प्रशिक्षार्थियों को शिक्षुता प्रशिक्षण के लिए उन्हें सहायता देने के लिए उनकी मदद भी की जा रही है।
एनएसटीआई (म.) द्वारा परिसर के बाहर अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
शिक्षुओं को प्राथमिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए सभी एनएसटीआई (म.) को प्राथमिक प्रशिक्षण प्रदाता (वीटीपी) के रूप में पंजीकृत किया गया है।
महिलाओं के लिए नए एनएसटीआई (तत्कालीन आरवीटीआई की स्थापना)
भारत में महिलाओं के लिए कौशल प्रशिक्षण सुविधाओं को बढ़ाने के लिए मौजूदा 11 संस्थानों के अलावा 8 एनएसटीआई (म.) तमिलनाडु, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, त्रिपुरा, बिहार, गोवा, तेलंगाना जम्मू तथा कश्मीर में स्थापित किए जा रहे हैं।
8 नए संस्थानों अर्थात शिमला, मोहाली, पटना, त्रिची, अगरतला, हैदराबाद, गोवा और जम्मू कश्मीर यूटी में एनएसटीआई में संबंधित राज्य सरकारों द्वारा प्रदान किए गए अस्थायी भवन में प्रशिक्षण प्रारंभ कर दिया गया है।
डब्ल्यूटी (महिला प्रशिक्षण) पाठ्यक्रमों के अंतर्गत संस्थानों की सूची तथा प्रशिक्षित प्रशिक्षुओं का ब्योरा डाउनलोड