Megamenu

Last Updated : 20-07-2020

भारत अंतर्राष्‍ट्रीय कौशल केंद्र (आईआईएससी)

भारत सरकार युवा भारतीय श्रम बल का जनांकिकीय विभाजन करके आने वाले वर्षों में श्रम बल की वैश्विक कमी को पूरा करने की इच्‍छुक है। इस उद्देश्‍य को प्राप्‍त करने के लिए कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय ने ‘कुशल भारत’ अभियान के अंतर्गत भारत अंतर्राष्‍ट्रीय कौशल केंद्र (आईआईएससी) स्‍थापित किया है ताकि अंतर्राष्‍ट्रीय मानकों के अनुरूप कौशल प्रशिक्षण और प्रमाणन उपलब्‍ध कराया जा सके। प्रायोगिक चरण में आईआईएससी की स्थापना राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के माध्यम से की गई थी और इनका कार्यान्वयन जॉब हेतु पूरे विश्व भर में जाने के लिए तैयार युवाओं के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) तथा प्रवासी कौशल विकास योजना (पीकेवीवाई) द्वारा कार्यान्वयन किया जा रहा है। आईआईएससी कार्यक्रम के भाग के तौर पर अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर कौशल विकास तथा पूर्व प्रस्थान उन्मुखीकरण प्रशिक्षण (पीडीओटी), दोनों प्रशिक्षण उम्मीदवारों को दिए जाते हैं।

प्रायोगिक चरण का कार्यकरण किया गया तथा 02 जुलाई, 2018 को सफलतापूर्वक पूरा किया गया, जिसमें कुछ सीखें जैसे क) विदेशी तैनाती की मौजूदा बाजार आधारित पद्धति का उपयोग करना, ख) भारतीय श्रम आपूर्ति और विदेशी मांग की समझ बढ़ाना और ग) परिचालन मूल्य श्रृंखला में गुणवत्ता का निर्माण करने के लिए सहायता के तरीके, दी गई। उपर्युक्त सीखों और अंतर्राष्ट्रीय श्रम गतिशीलता के बदलते परिदृश्य के आधार पर आईआईएससी के लिए एक संशोधित नीति प्रस्तावित की जा रही है।

संशोधित आईआईएससी नीति के मुख्य फोकस क्षेत्र

  • विभिन्न देशों में सर्वोत्तम पद्धतियों और मान्यता के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय मानकों संबंधी आकलन और प्रमाणन।
  • आईआईएससी के पास कैरियर मार्गदर्शन तथा परामर्श केंद्र हैं, जो अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण तथा रोजगार और विदेशी रोजगार सहायता की सुविधा प्रदान करने वाले संसाधन केंद्रों के रूप में कार्य करते हैं। परामर्श केंद्र छात्रों को उपलब्ध विभिन्न विदेशी रोजगार के अवसरों को समझने तथा अधिक प्रासंगिक अवसरों के साथ उनकी रुचि और प्रतिभा को जोड़ने में मदद करेंगे।
  • नई नीति के अनुसार आईआईएससी से केवल उम्मीदवारों में कमी पाए जाने पर वर्धित कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने की उम्मीद की जाती है।
  • पीडीओटी के परिचालन का अवसर पीकेवीवाई के अंतर्गत विदेश मंत्रालय द्वारा प्रायोजित किया जाएगा, जिसे आईआईएससी को प्रदान किया जाएगा।

आईआईएससी प्रायोगिक की मुख्य उपलब्धियां

  • 8 सेक्टरों के सभी 9 जॉब रोलों में 593 उम्मीदवार 14 केंद्रों में नामांकित हुए तथा अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर डोमेन प्रशिक्षण प्राप्त किया।
  • अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर डोमेन कौशल में 459 उम्मीदवारों का आकलन किया गया तथा 286 उम्मीदवारों को प्रमाण-पत्र दिए गए (उत्तीर्ण प्रतिशतता 62 प्रतिशत)।
  • 180 उम्मीदवारों को रोजगार प्रदान किया गया (ऑफलाइन आंकड़े)– विदेशों में 63 (कुल तैनाती का 35 प्रतिशत) तथा स्वदेश में 117 (कुल तैनाती का 65 प्रतिशत)।
  • जहां तक विदेश में तैनाती का संबंध है उम्मीदवारों को यूएई (26% उम्मीदवार), ओमान (60% उम्मीदवार), कतर (8% उम्मीदवार), सिंगापुर (6% उम्मीदवार) में तैनाती प्रदान की गई थी।
  • आईआईएससी में नामांकित कुल उम्मीदवारों में से 430 उम्मीदवारों ने अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर डोमेन प्रशिक्षण के साथ 160 घंटे का पूर्व प्रस्थान उन्मुखीकरण प्रशिक्षण प्राप्त किया।